दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन द्वारा मुफ्त की रेवड़ी बांटने तथा सरकारी पैसों को देश के विकास में न खर्च करके जनता को मुफ्त की सेवाएं देने, के दिए हुए बयान का जवाब देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा, " जन कल्याणकारी नीतियों जनता के भले के लिए होती है।"
सिसौदिया ने कहा, हम विकास के मॉडल पर काम कर रहे है जहां पैसों को जनता को शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी सुविधा मुहैया कराने के लिये खर्च किया जा रहा है वही दूसरी ओर बीजेपी दोस्ती मॉडल पर काम रहीं है जहां सत्ता में बैठे लोग जनता से प्राप्त टैक्स के पैसो से बड़े लोगों, करीबियों और उद्योगपतियों का लाखो करोडों का कर्ज माफ कर रहे हैं ।
सिसौदिया ने किसानो की समस्याओं पर जोर देते हुऐ कहा, अगर कोई किसान अपना हजार या लाख रुपयों की किस्त समय पर ना चुका पाए तो उसकी जमीन छीन ली जाती है, जबकि उद्योगपतियों का 10,15 लाख करोड़ रुपयों का लोन माफ कर दिया जाता है, ये बीजेपी का दोस्तवाद का विकास माडल है। उन्होंने बताया कि जो भी देश आज विकसित है उसका सबसे बड़ा कारण उस देश का अपने नागरिको में निवेश करना। उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाए मुफ्त मुहैया कराना। आज हम हर प्रकार विकास सूचकांक में पिछले पायदान पर क्योंकि केंद्र सरकार को सिर्फ दोस्ती के माडल में विश्वास है ।
सिसौदिया ने बताया, वर्तमान समय मे बीजेपी शासित सभी राज्य सरकारें वित्तीय घाटे में चल रहीं हैं और वही हमारी दिल्ली सरकार पिछले 7 सालों से लगातार कल्याणकारी सेवाएं जैसे मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं देने के बावजूद भी वित्तीय मुनाफे मे चल रही हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा हमे इस तरह की झूठी राजनीति करने की बजाय एक साथ मिलकर देशहित तथा जनता की सेवा करने के लिए काम करना चाहिए।
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